बलरामपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बसंत सिंह ने बताया है कि बारिश के मौसम में बीमारियों की संभावनाएं बढ़ जाती है। तापमान एवं मौसम में बदलाव की वजह से जीवाणु और विषाणु भी पनपने लगते है। जिससे जल जनित रोग डेंगू, मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण होता है की बरसात में जगह-जगह पानी भर जाता है और वहां मच्छर पनपने लगते है। मच्छरों के प्रजनन व वृद्धि के लिए उचित जगह (ब्रीडिंग ग्राउंड) बन जाता है और इसकी वजह इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
डॉ. सिंह ने बताया की डेंगू एक वायरल संक्रमण होता है। इससे संक्रमित होने पर लोगों को तेज बुखार के साथ अत्यधिक सर दर्द होता है और आँख के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी और मतली की शिकायत भी होने लगती है तथा 4 से 5 दिन बाद स्किन पर लाल चतके भी नजर आने लगते है। कई बार डेंगू की वजह से हेमोरेजिक फीवर भी हो जाता है, जिससे मरीज की मौत भी हो सकती है, ऐसे में अगर किसी को डेंगू के लक्षण दिखे तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द में डॉक्टर से संपर्क कर अपना ब्लड टेस्ट कराना चाहिए।
डॉ. सिंह ने बताया की डेंगू बीमारी से लड़ने जिले स्तर पर जिला अस्पताल बलरामपुर व सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध है व जिला अस्पताल बलरामपुर में डेंगू वार्ड भी बनाया गया है इसके अलावा किसी भी विशेष परिस्थति से निपटने जिला व विकासखंड स्तर पर विशेष दल का भी गठन किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया की सभी विकासखंड को डेंगू बीमारी से सजग व सतर्क रहने व सभी प्रकार की तैयारी रखने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही सभी गावों में मितानिन के माध्यम से डेंगू पर नारा लेखन भी किया गया है।
डॉ. सिंह ने मलेरिया के लक्षण पर कहा की काफी हद तक इसके लक्षण डेंगू जैसे ही होते है। मलेरिया होने पर लोगों को ठंड के साथ बुखार आता है, सिर दर्द, उल्टी, पेट खराब, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द हो तो ये मलेरिया के लक्षण हो सकते है। अगर किसी व्यक्ति को ठंड लगने के साथ बुखार आये तो अपना खून का जांच अवश्य कराना चाहिए। मलेरिया व डेंगू जांच जिले के सभी अस्पताल में निःशुल्क किया जाता है। मलेरिया बीमारी को लेकर भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
डॉ. सिंह ने बताया कि मलेरिया जांच की सुविधा व उपचार सुविधा ग्राम के पारे से लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है। ग्राम स्तर पर मितानिन के पास मलेरिया जांच की सुविधा उपलब्ध है। जिले में विगत वर्ष 2023 में मलेरिया के कुल 31 प्रकरण की पुष्टि हुई थी वही इस वर्ष 2024 में अभी तक मलेरिया के एक भी रोगी नहीं मिले है। डॉ. सिंह ने बताया की जिले में निरंतर स्वास्थ्य शिविर चल रहा है व स्कूल हेल्थ के तहत् भी बच्चों का जांच किया जा रहा है। जिले के आश्रम व हॉस्टल में भी स्वास्थ्य जांच बच्चों के साथ जिले के आश्रम व हॉस्टल में भी बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है।
डॉ. सिंह ने लोगों से डेंगू व मलेरिया बीमारी से बचाव हेतु प्रति दिवस मच्छरदानी लगाकर सोने के लिए अपील की तथा अपने आसपास साफ़-सफाई रखने व किसी भी प्रकार की बीमारी के लिए तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाने के लिए कहा गया।