सूरजपुर। कलेक्टर रोहित व्यास ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षा बैठक ली। जिसमें जिले के सभी शासकीय विद्यालयों की स्थिति, बच्चों की नियमित उपस्थिति, उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के साथ अन्य विषयों पर बिंदुवार चर्चा हुई। साथ ही बैठक में शिक्षक व विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश भी कलेक्टर ने दिया। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को सभी विद्यालयों के औचक निरीक्षण करने एवं हर 15 दिन में विद्यालय का मूल्यांकन करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही कलेक्टर ने कक्षा 8वीं से 10वीं के विद्यार्थियों में स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति के लेकर खास ध्यान देने की बात कही।
बैठक में कलेक्टर श्री व्यास ने सभी शासकीय स्कूलों में बेहतर शिक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग की गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने स्कूलों में बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा बच्चों के पढ़ाई के स्तर को सतत ट्रैक करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने लगातार अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के चिन्हांकन के निर्देश करने को कहा। साथ ही ऐसे बच्चे जिनका अटेंडेंस कम है, उनकी सूची तैयार कर उनके पालकों से संपर्क करने एवं काउंसलिंग करने के निर्देश उपस्थित सभी बीईओ को दिये गये ताकि उनमें शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके।
इसके अलावा श्री व्यास ने स्कूलों में नवाचार करने पर जोर देते हुए विद्यार्थियों के कम्युनिकेशन स्किल, प्रेजेंटेशन स्किल के विकास के लिए विशेष रूप से ध्यान देते की बात कही ताकि स्कूली विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार किया जा सके। बच्चों में लीडरशीप क्वालिटी एवं कम्युनिकेशन को बेहतर करने के लिए स्कूलों में होने वाली प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों को कविता पाठ, सुविचार कथन, सामान्य अध्ययन की जानकारी, दैनिक समाचार के प्रमुख बिंदुओं से परिचय जैसी गतिविधियों से जोड़ने एवं बालसभा ,बालकेबिनेट जैसी पहल करने की अवश्यकता बताई। जिसमें रोटेशन पॉलिसी के अनुसार स्कूल के बच्चे उक्त गतिविधियां स्कूल सभा के समक्ष प्रस्तुत करेगा। इससे न केवल विद्यार्थी का आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि उसमे लगातार सकारात्मक बदलाव भी आएगा ।
इसके अलावा शाला प्रवेश उत्सव, गणवेश वितरण, पाठ्यपुस्तक वितरण, स्कूलों में मध्यान्न भोजन शेड व्यवस्था, किचेन गार्डन एवं उपस्थित संबंधी अधिकारियों के साथ चर्चा की गई। इसके साथ ही बैठक में पीएम श्री स्कूल, कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों के जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना इत्यादि पर भी चर्चा की गई। बच्चों के स्कूल छोड़ने की मॉनिटरिंग करने एवं बाल विवाह के नुकसान से बच्चो को अवगत कराने के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा।
इसके अलावा बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा करते कलेक्टर श्री व्यास ने कहा कि सभी अधिकारी विशेष ध्यान रखें कि बच्चे स्कूल संचालन अवधि में स्कूल परिसर से बाहर न जाएं। साथ ही शिक्षा विभाग यह भी ध्यान रखे कि स्कूल बाउंड्री वॉल से 100 मीटर की दूरी तक कोई भी पान, गुटखा जैसी सामग्री का विक्रय प्रतिबंधित हो। इसके अलावा कलेक्टर श्री व्यास ने आरटीई के तहत प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन लिए बच्चों का मेंटरशिप भी महीने में एक बार करने के लिए निर्देशित किया। इस बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल, सभी बीईओ व अन्य संबंधी अधिकारी उपस्थित थे।