
सूरजपुर/राजेश राजवाड़े। विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल, खंड-दतिमा के कार्यकर्ता और पूर्व खंड संयोजक अविनाश (शनि) यादव ने पहली बार रक्तदान कर न केवल एक जीवन बचाया, बल्कि समाज में रक्तदान के महत्व को भी उजागर किया। उनका यह पहल संगठन की मानवीय सेवा की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।
अविनाश यादव ने यह रक्तदान बजरंग दल के साथी कार्यकर्ता और अखाड़ा प्रमुख लक्की सोनवानी की माता के इलाज के लिए किया। इस कदम ने मानवता की सेवा की मिसाल पेश की और समुदाय में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के सदस्य अविनाश यादव की इस पहल को सराहते हुए इसे युवाओं के लिए एक प्रेरणा बताया। उन्होंने अपील की कि युवा भी समाज में जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं और रक्तदान जैसे कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
रक्तदान को जीवन बचाने का सबसे बड़ा दान माना जाता है, और अविनाश यादव ने यह साबित कर दिया कि एक अच्छे नागरिक की पहचान केवल विचारों से नहीं, बल्कि समाज सेवा के कार्यों से भी होती है। संगठन के अन्य सदस्यों ने भी रक्तदान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की और सभी से इस तरह के कार्यों में शामिल होने का आह्वान किया।