
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक ही दिन में दो अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई करते हुए दो पटवारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। ये मामले अम्बिकापुर और बलरामपुर जिलों से सामने आए हैं, जिससे राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।
अम्बिकापुर: नामांतरण और ऋण पुस्तिका के लिए मांगी थी रिश्वत, 7 हजार लेते धरे गए पटवारी
अम्बिकापुर के चेंद्रा लालमाटी में पदस्थ पटवारी नीरज वर्मा को ACB ने 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पटवारी पर आरोप है कि उसने अम्बिकापुर निवासी पवन पांडेय से नामांतरण और ऋण पुस्तिका जारी करने के बदले 20 हजार रुपये की मांग की थी।
पीड़ित पवन पांडेय पहले ही 10 हजार रुपये दे चुका था, लेकिन जब उसका काम नहीं हुआ और दोबारा 7 हजार की मांग की गई, तो उसने ACB से संपर्क किया। शिकायत के बाद योजना बनाकर ACB की टीम ने पटवारी नीरज वर्मा और उसके सहयोगी करमु राम को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
फिलहाल दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बलरामपुर: सीमांकन के नाम पर मांगी थी घूस, पटवारी हेमंत कुजूर पकड़ा गया
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर तहसील अंतर्गत बरतीकला क्षेत्र में पदस्थ पटवारी हेमंत कुजूर को ACB की टीम ने 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। परसडीहा गांव निवासी किसान राजेश पटेल ने जनवरी में अपनी जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन दिया था, लेकिन पटवारी बार-बार टालमटोल कर रहा था और 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था।
किसान ने पहले ही 2 हजार रुपये दे दिए थे, लेकिन जब शेष रकम की मांग हुई तो उसने सरगुजा ACB से शिकायत की। शिकायत के सत्यापन के बाद टीम ने शुक्रवार को जाल बिछाया और जैसे ही पटवारी ने 8 हजार रुपये लिए, उसे रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
फिलहाल आरोपी पटवारी हेमंत कुजूर को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। इस कार्रवाई के बाद वाड्रफनगर तहसील में हड़कंप मचा हुआ है।
ACB की सख्ती से हड़कंप
इन दोनों मामलों के सामने आने से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार की जड़ें अब भी गहराई तक फैली हुई हैं, लेकिन ACB की सक्रियता से पीड़ितों को राहत मिल रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार अब अन्य पटवारियों पर भी नजर रखने की तैयारी है।
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