सूरजपुर/राजेश राजवाड़े। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में 21 अगस्त 2024 को अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। यह बंद सुप्रीम कोर्ट के 1 अगस्त 2024 के एसटी/एससी उपवर्गीकरण फैसले के विरोध में किया जा रहा है। इस फैसले को संगठनों ने अनुसूचित जाति और जनजाति अधिकारों का हनन बताया है।
संयुक्त मोर्चा और सर्व आदिवासी समाज सूरजपुर द्वारा आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में गोंडवाना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रमुख समाजसेवी और संगठन के नेताओं ने सरकार और प्रशासन तक अपनी मांगें पहुँचाने के लिए इस बंद को जरूरी बताया। उनका मानना है कि यह फैसला समाज में विभाजन और भेदभाव को बढ़ावा देगा।
बैठक में बृजमोहन सिंह गोंड, विजय सिंह मरपच्ची, रामकुमार बंछोर, सीताराम भास्कर, सुमन टोप्पो, आदेश रवि और कई अन्य समाज प्रमुख उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यह आंदोलन उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए है।
सूरजपुर जिले के विभिन्न आदिवासी और अनुसूचित जाति संगठनों ने इस बंद को समर्थन देने का वादा किया है। इसके चलते जिले में 21 अगस्त को व्यवसायिक गतिविधियों के प्रभावित होने की संभावना है। साथ ही, इस मुद्दे को लेकर आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज हो सकता है।