
Dates announced for urban body and panchayat elections in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया का शंखनाद हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग ने तारीखों का ऐलान करते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार चुनाव दो स्तरों पर होंगे। शहरी क्षेत्र के निकायों में एक चरण में और ग्रामीण पंचायतों में तीन चरणों में मतदान होगा।
नगरीय निकाय चुनाव तारीखों पर एक नजर
प्रक्रिया की शुरुआत: 22 जनवरी से
नामांकन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि: 31 जनवरी
स्क्रूटनी और नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों की घोषणा: 6 फरवरी
मतदान की तिथि: 11 फरवरी
मतगणना: 15 फरवरी
चुनाव का स्वरूप
राज्य में कुल 184 नगरीय निकाय हैं, जिनमें शामिल हैं:
14 नगर निगम
48 नगर पालिका परिषद
122 नगर पंचायत
नगर निगम के चुनाव ईवीएम से और पंचायत चुनाव मतपेटी के माध्यम से कराए जाएंगे।
पंचायत चुनाव: विस्तृत जानकारी
नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत: 27 जनवरी
नामांकन की अंतिम तिथि: 3 फरवरी
स्क्रूटनी और नामों की घोषणा: 6 फरवरी
मतदान की तिथियां: 17, 20 और 23 फरवरी
मतगणना: 18, 20 और 24 फरवरी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शामिल पद
जिला पंचायत सदस्य: 433
जनपद पंचायत सदस्य: 2,973
ग्राम पंचायत सरपंच: 11,672
ग्राम पंचायत वार्ड पंच: 1,60,180
मतदान केंद्र: कुल 31,041 मतदान केंद्र, जिनमें 7,128 संवेदनशील और 2,161 अति-संवेदनशील हैं।
महापौर और अध्यक्ष पद के खर्च पर कड़ी निगरानी
महापौर और अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के लिए व्यय सीमा निर्धारित की गई है:
5 लाख से अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में: 25 लाख
3-5 लाख की आबादी वाले क्षेत्रों में: 20 लाख
3 लाख से कम आबादी वाले क्षेत्रों में: 15 लाख
चुनाव आयोग ने व्यय पर निगरानी के लिए व्यय प्रेक्षक और निर्वाचन प्रेक्षक नियुक्त किए हैं।
महत्वपूर्ण आंकड़े: नगरीय निकाय और पंचायत
कुल मतदाता (नगरीय निकाय): 44,74,269
पुरुष: 22,00,525
महिला: 22,73,232
अन्य: 512
कुल मतदाता (पंचायत चुनाव): 1,58,12,580
पुरुष: 78,20,202
महिला: 79,92,184
अन्य: 194
नगरीय निकाय और पंचायत की विशेष स्थिति
छत्तीसगढ़ के नगर निगम: रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, अम्बिकापुर, और अन्य।
नगर पालिका: जशपुर, सूरजपुर, कांकेर, महासमुंद सहित 48 स्थान।
नगर पंचायत: कुल 122, जिनमें छोटे और मध्यम स्तर के कस्बे शामिल हैं।
चुनाव की प्रक्रिया के साथ-साथ आदर्श आचरण संहिता लागू हो गई है। सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है। इस बार के चुनाव में 2019 की तुलना में 12% अधिक मतदाता हिस्सा लेंगे, जो लोकतंत्र के प्रति जनता की जागरूकता का प्रतीक है।