
Surajpur News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला मुख्यालय के नजदीक सरस्वतीपुर गांव की सड़क कई महीनों से जर्जर (Bad Road) हो चुकी है। हालात ये है कि राजगीर धूल भरी सड़क पर आवागमन करने पर मजबूर है। बता दें कि, सूरजपुर जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए सरस्वतीपुर की सड़क का ज्यादा उपयोग किया जाता है, क्योंकि रास्ते से जिला मुख्यालय नजदीक पड़ता है। वहीं विश्रामपुर (Bishrampur) से घूमकर जाने पर काफी दूर पड़ता है। यही वजह है कि इस गांव की सड़क पर वाहनों का लगातार दबाव बढ़ने से यहां की सड़के कई जगहों पर उखड़ गई है। इससे अब लोगों को इस रास्ते में आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दिनभर सैकड़ों वाहनों का आवागमन
गौरतलब है कि, सरस्वतीपुर गांव में छठ घाट के नजदीक करोड़ों रुपए की लागत से हाइटेक पुल का निर्माण कराया गया है। जिसके बाद से जिले के प्रतापपुर, लटोरी, रामनगर, रामपुर, भटगांव, करंजी समेत जिले के अधिकांश गांव के लोग इस मार्ग का उपयोग सूरजपुर (Surajpur) जाने के लिए करते है। नदी में जब पुल नहीं बना था तब विश्रामपुर से सूरजपुर पहुंचा जा सकता है, लेकिन उक्त मार्ग से दूरी ज्यादा पड़ती थी। वहीं अब सूरजपुर पहुंचने के लिए सरस्वतीपुर गांव से होते हुए जाया जाता है। जो जिला मुख्यालय की दूरी को नजदीक करता है। ऐसे में इस मार्ग में अब दिनभर सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता रहता है, जिससे यहां की सड़क अब जर्जर हो चुकी है। लोग खतरों के बीच इस मार्ग पर सफर कर रहे है, वहीं धूल से अलग से परेशान है।

जनप्रतिनिधियों की जानकारी में जर्जर सड़क
ऐसा नहीं है कि सरस्वतीपुर (Saraswatipur) मार्ग के जर्जर होने की जानकारी जिला प्रशासन (District Administration Surajpur) के अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं है। इसके बावजूद इस मार्ग के मरम्मत को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है। जिससे इस मार्ग में सफर करने वाले राहगीरों और गांव के लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि, इस समस्या को लेकर क्षेत्र के लोगों ने जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है, लेकिन अब तक सड़क के ठीक कराने को लेकर कोई पहल शुरू नहीं हो सकी है। जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बारिश में स्थिति और खराब
बता दें कि, सरस्वतीपुर (Saraswatipur) गांव की सड़क इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल भरा रहता है। बारिश के दिनों में यह सड़क कीचड़ से सन जाता है। जिससे बाइक सवारों को काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं हादसे का भी खतरा बना रहता है। कुछ दिनों पहले इस मार्ग पर बड़े बड़े हाइवा वाहनों का आवागमन बहुत ज्यादा हो रहा था और उन वाहनों की वजह से सड़क की यह दयनीय स्थिति हो गई। हालांकि, जिला प्रशासन ने बड़े वाहनों को अब इस मार्ग में आवागमन नहीं करने की हिदायत दी है। इसके बावजूद कतिपय वाहन, इस मार्ग पर आवागमन कर रहे है। जिससे स्थिति सुधरने के बजाय सड़क की स्थिति और बिगड़ रही है।

अफसरों और नेताओं का इसी मार्ग से आवागमन
गौरतलब है कि, सरस्वतीपुर मार्ग से जिला प्रशासन के अधिकारी और स्थानीय विधायक भी आवागमन करते है। सड़क की दयनीय-जर्जर (Saraswatipur-Surajpur Bad Road) स्थिति उनसे छिपी नहीं है। इसके बावजूद इस सड़क के मरम्मत को लेकर कोई पहल नहीं किया जा रहा है। जिससे अब ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अगर ऐसे ही अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही सड़क पर वाहनों का लगातार आवागमन होता रहा तो, यह सड़क कुछ दिनों बाद पैदल चलने के लायक भी नहीं रहेगी। स्थानीय ग्रामीणों की मांग है कि सड़क की जल्द से जल्द मरम्मत की जाए.. नहीं तो चक्काजाम कर आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।