• आगामी समय की मांग के मद्देनजर संभाग में वृहद वृक्षारोपण, शहरी प्रशासन की आय बढ़ाने, जल संचयन पर दिए विस्तृत दिशा निर्देश
• नगर निगम आयुक्त, सीएमओ, एसडीएम और तहसीलदार नगरीय क्षेत्र के व्यवस्थित विकास के लिए समन्वित रूप से काम करें – कमिश्नर
अम्बिकापुर। सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र की अध्यक्षता में शुक्रवार को नगरीय क्षेत्रों के व्यवस्थित विकास के विषय पर महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में श्री चुरेंद्र ने कहा कि संभाग के सभी शहरी क्षेत्रों में बेहतर नगरीय व्यवस्था के लिए नगर निगम आयुक्तों, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों, समस्त एसडीएम और तहसीलदारों को समन्वय करते हुए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित नगर विकास में सबसे महत्वपूर्ण है कि शहरी क्षेत्रों को अतिक्रमण से बचाएं और जिन क्षेत्रों में बेजा कब्जा किया गया है, उसे जरूरी कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण मुक्त कराएं। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि बेजा कब्जा रोधी दस्ता गठित करें। शहरी क्षेत्र को अतिक्रमण से बचाने लिए प्रभावी कदम उठायें। साथ ही शहर के हाट-बाजार क्षेत्रों को भी वैधानिक कार्यवाही करते हुए बेजा कब्जा से मुक्त कराना सुनिश्चित करें।
संभाग में वन महोत्सव के रूप में जनसहभागिता के प्रयास से किया जायेगा वृहद वृक्षारोपण
संभागायुक्त श्री चुरेंद्र ने बैठक में संभाग में वन महोत्सव के रूप में वृहद वृक्षारोपण की कार्ययोजना रखी। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण से शहर का पर्यावरणीय विकास होगा। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के कार्य को जनसहभागिता से करने का प्रयास किया जाए। युवाओं को इस कार्य में जोड़ें। शहरी नर्सरी तैयार करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास करने उद्यानिकी विभाग के साथ समन्वय करने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने वृक्षारोपण हेतु वन विभाग को ट्री गार्ड उपलब्ध कराने निर्देशित किया। इस कार्ययोजना के तहत शासकीय परिसरों, लोक प्रयोजन के स्थलों, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण किया जाना है।
मोहल्ला समितियों के जरिए वर्षा पूर्व शहरी क्षेत्र में स्वच्छता, जल संचयन के उपायों को प्राथमिकता दें
संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि वर्षा के मौसम के पूर्व शहर की तैयारी करें जिसमें नालियों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई करवाएं। लोगों से अपील कर जनसहभागिता के साथ श्रमदान करे जिससे समन्वित प्रयास से शहर को स्वच्छ रखा जा सके। मोहल्ला समिति के माध्यम से शहर को स्वच्छ बनाने का प्रयास करें।नगरीय क्षेत्रों में जल दोहन की मात्रा बढ़ी है जिससे जल संचयन समय की मांग है। शासकीय कार्यालय परिसरों में सोख्ता गड्ढा का निर्माण श्रमदान से पूर्ण कराया जाए, इससे भू जल रिचार्जिंग में मदद मिलेगी। नगरीय क्षेत्रों में भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्त्रोतों तालाब, डबरी आदि क्षेत्रों में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। एसडीएम और तहसीलदार कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
नगरीय प्रशासन के आय के स्त्रोतों को मजबूत करें
नगरीय निकायों में करारोपण के जरिए आय के स्त्रोतों को मजबूज करें। नगरीय क्षेत्र में बिना अनुमति के भवन निर्माण पर कार्यवाही करें। भवन निर्माण में नियमतीकरण नियमों का प्रभावी रूप से पालन कराना सुनिश्चित करें। एसडीएम, सीएमओ और तहसीलदार आपस में समन्वय के साथ नगर विकास की दिशा मे काम करें। नगरीय क्षेत्रों में घुमंतू मवेशियों की समस्या से लोगों को निजात दिलाने पशुपालकों को समझाइश दें। घुमंतू मवेशियों के लिए शहरी गौशाला का निर्माण किया जाए। उन्होंने बैठक में कहा कि निगम और नगर पालिका कार्यालयों को स्मार्ट परिसर के रूप में विकसित करें। कार्यालियों में दस्तावेज व्यवस्थित रहे, कार्यालयों में स्वच्छता रहे।