सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बिजली विभाग की मनमानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पिछले तीन महीने से आंख-मिचौली का खेल चल रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। बता दें कि, सरगुजा संभाग में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। संभाग के सभी जिलों में हर रोज 40 डिग्री से ज्यादा तापमान रहता है। ऐसे में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। दिनभर कूलर, पंखे के सहारे गर्मी से राहत पाने की कोशिश में लगे रहते है, लेकिन बिजली विभाग ने इनकी मुश्किल और बढ़ा दी है। हर दिन दर्जन से ज्यादा बार बिजली काटी जा रही है। दिन में तो कटौती चलती ही है, रात में भी वही हाल है।
बता दें कि, सूरजपुर जिले के महगंवा सब स्टेशन से दर्जनों गांव में बिजली सप्लाई की जाती है। इसमें रामनगर, रामपुर, सरस्वतीपुर, सोहागपुर, करंजी, नमदगिरी, खरसुरा, रुनियाडीह आदि गांव शामिल है। इन गांव के सभी ग्रामीण बिजली कटौती से त्रस्त हैं। भीषण गर्मी में बिजली की कटौती से हर कोई आक्रोशित है। रविवार यानी आज भी दिनभर कटौती जारी रही, लगभग आधा दर्जन से ज्यादा बार बिजली काटी है और ये सिलसिला लगातार चल रहा है। गर्मी में पंखे, कूलर नहीं चलने से बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी काफी परेशान हैं। इसके साथ ही कई व्यवसायिक कार्य भी बिजली नहीं होने से बाधित हो रहे है।
गौरतलब है कि, इन दिनों बिजली विभाग द्वारा मानसून के पूर्व मेंटनेंस का काम किया जा रहा है। इसके लिए जिस क्षेत्र में मेंटनेंस का काम किया जाना है, बकायदा वहां का शेड्यूल बनाया गया है कि कब, कहां का लाइट काटना है। लेकिन सूरजपुर जिला मुख्यालय के नजदीक के गांव में बिना किसी सूचना के अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। बिजली विभाग के इस रवैए को लेकर लोगों में आक्रोश पनप रहा है। क्षेत्र ग्रामीणों द्वारा व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
सूरजपुर में बिजली विभाग की मनमानी का अंदाज हाल ही हुए एक घटनाक्रम से लगाया जा सकता है। पिछले सप्ताह जब बार-बार बिजली काटी जा रही थी। तब परेशान ग्रामीणों ने क्षेत्र के विधायक भूलन सिंह मरावी को बिजली विभाग की मनमानी की शिकायत की। तब विधायक श्री सिंह ने विभाग के अफसरों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इसके बाद सप्ताहभर तक बिजली विभाग की मनमानी पर काफी हद तक रोक लगी। लेकिन पिछले दो-तीन दिन से विभाग फिर से पुराने परिपाटी पर लौट आया है और फिर से बार बार लाइट कटौती की जा रही है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी जानबूझकर लाइट काटते है, और जनता परेशान होती है।