Sawan 2024: सावन का आज चौथा सोमवार है शिव जी की आराधना से सभी मनोकामना पूर्ण होती है ।
!! चर्तुथ सोमवार !!
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सोम सोमवार है
शिव जी की वार है।
निर्वाण है रूपम
ओंकार सार है।।
निधि है ज्ञान के
शिव चिदानंद है।
रूप है विश्वास के
मूर्ति आनंद है।।
जय शिवशंकर
जय भोले बाबा।
है अविनाशी
जय औघर बाबा।।
योगीश्वर शिव है
लिंगो में साया।
समाधि अखंड है
चले न योग माया।।
अगम है अगोचर
अलख है निरंजन।
शव के भस्म को
लगाते है अंजन।।
नमः शिवाय है
अर्ध नारीश्वर।
आदि अनादि
देवो के ईश्वर।।
—
प्रो. डीपी कोरी
प्राचार्य
शासकीय महाविद्यालय, विश्रामपुर